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लोहे का तत्व

क्या आप जानते थे?

लोहा पृथ्वी पर प्राकृतिक रूप से नहीं बनता; यह सुपरनोवा विस्फोटों के माध्यम से अंतरिक्ष से आता है - यह तथ्य कुरान में लोहे के 'उतारे जाने' की व्याख्या से प्रकट होता है।

وَأَنزَلْنَا الْحَدِيدَ فِيهِ بَأْسٌ شَدِيدٌ وَمَنَافِعُ لِلنَّاسِ

और हमने लोहा उतारा, इसमें बड़ी शक्ति और लोगों के लिए लाभ हैं

कुरान 57:25

व्याख्या

अनज़लना शब्द 'أَنزَلْنَا', जिसका अर्थ 'हमने उतारा' है, सही ढंग से वर्णित करता है कि लोहा आकाशगंगाओं और ब्रह्मांडीय धूल के माध्यम से अंतरिक्ष से पृथ्वी पर आया। आधुनिक विज्ञान बताता है कि लोहा प्राकृतिक रूप से पृथ्वी पर नहीं बनता, यह बड़े तारों में न्यूक्लियर फ्यूजन के माध्यम से बनता है।

वैज्ञानिक विवरण

ब्रह्मांडीय उत्पत्ति

लोहा बड़े तारों में न्यूक्लियर फ्यूजन के माध्यम से बनता है और जब ये तारे सुपरनोवा के रूप में फटते हैं तो ब्रह्मांड में फैल जाता है।

संख्यात्मक महत्व

हदीद सूरह 57वीं सूरह है और 57 लोहे के सबसे आम आइसोटोप का परमाणु भार है। आयत संख्या (25), जब आयत को स्वयं गिना जाए, लोहे की परमाणु संख्या (26) से मिलती है।

पृथ्वी का केंद्र

लोहा पृथ्वी के कुल भार का लगभग 35% बनाता है और पृथ्वी के केंद्र में केंद्रित है, ग्रह के चुंबकीय क्षेत्र के निर्माण में अत्यंत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।

संदर्भ

  • ब्रह्मांड में न्यूक्लियर फिजिक्स और लोहे का निर्माण
  • पृथ्वी के केंद्र और चुंबकीय क्षेत्र में लोहे की भूमिका
  • पृथ्वी पर लोहे की उत्पत्ति के लिए उल्कापिंड साक्ष्य